कलेक्टर ने ली स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक , प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कोरबा में दो स्त्री रोग विशेषज्ञ, फिर भी इलाज कम, जताई नाराजगी…..
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कोरबा में दो स्त्री रोग विशेषज्ञ, फिर भी इलाज कम, जताई नाराजगी….

कलेक्टर ने ली स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक , प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कोरबा में दो स्त्री रोग विशेषज्ञ, फिर भी इलाज कम, जताई नाराजगी…..
कोरबा, कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक ली। इस दौरान रानी धनराज कुंवर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में दो स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं। इसके बाद कम महिलाओं का उपचार हो रहा है। इसे लेकर कलेक्टर ने नाराजगी जताई और स्वास्थ्य सुविधा में सुधार के निर्देश दिए।
कलेक्टर अजीत वसंत ने कलेक्टोरेट सभाकक्ष में अधिकारियों की मासिक समीक्षा बैठक ली। बैठक में विभिन्न राष्ट्रीय कार्यक्रमों-वयोवृद्ध शिविर, मलेरिया, कुष्ठ, सिकलसेल जाँच, आयुष्मान कार्ड, एचआरपी, मातृस्वास्थ्य, प्रसव, शिशु स्वास्थ्य, टीकाकरण, परिवार कल्याण, एनसीडी, एनक्यूएएस, आयुष, आरबीएसके, एनआरसी दवाओं की उपलब्धता एवं कार्यक्रमों की प्रगति के संबंध में जानकारी ली। मातृ स्वास्थ्य की समीक्षा के दौरान रानी धनराज कुंवर शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में दो स्त्री रोग विशेषज्ञ के होते हुए भी महिलाओं के कम उपचार होने की बात कहते हुए सुधार की बात कही गई। उन्होंने कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तथा उप स्वास्थ्य केंद्रों में यदि दिन में प्रसव हो सकता है दिन में और रात्रि में हो सके तो रात्रि में भी प्रसव करावें। गर्भवती महिलाओं को अनावश्यक रेफर ना करें। उन्होंने कहा कि सभी स्वास्थ्य केंद्रों में निर्धारित लक्ष्य अनुसार प्रसव कराया जाएं। जहां 20 से ज्यादा प्रसव हो रहे हैं वहां संसाधनों की कमी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने सिकलसेल के मरीजों का इलेक्ट्रोफोरेसिस जांच करवाकर दिव्यांग कार्ड बनाने के निर्देश दिए। समीक्षा के दौरान नाक, कान, गला से संबंधित चिन्हांकित मरीजों तथा मोतियाबिंद के रेफर मरीजों का उपचार एवं ऑपरेशन तथा सभी प्रकार की उपचार मेडिकल कॉलेज में हो सकता है, उनका उपचार करने का कहा गया। सीएचसी में शिविर लगाकर उपचार करने, मोतियाबिन्द मरीजों की सर्जरी कराने और बीएमओ को फॉलोअप करने के निर्देश दिए। बैठक में सीएमएचओ सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
आयुष्मान में फर्जी क्लेम पर नजर
समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने आयुष्मान भारत की समीक्षा की। छूटे हुए लोगों का आधार अपडेट के साथ ही सात दिवस के भीतर आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए कहा। उन्होंने कार्य नहीं करने वाले कर्मचारियों को निलंबित करने के निर्देश सीएमएचओ को दिए।
कलेक्टर ने विकासखंड स्तर पर प्रायवेट चिकित्सालयों के आयुष्मान में फर्जी क्लेम की निगरानी बीएमओ को करने के निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी स्थिति में फर्जी क्लेम नहीं होना चाहिए। उन्होंने सीएमएचओं को निजी अस्पतालों के क्लेम पुटअप करने के निर्देश दिए।
महतारी एक्सप्रेस में डीएमएफ फंड से ईएमटी स्टाफ की होगी नियुक्ति
मातृ मृत्यु की समीक्षा के दौरान बताया गया कि 102 एम्बूलेंस में ईएमटी नियुक्त नहीं है। आपात स्थिति में प्रसव हो जाता है तो परेशानी होती है इस पर कलेक्टर ने डीएमएफ से ईएमटी की नियुक्ति करने के लिए कहा गया है। एनआरसी की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि एनआरसी में 100 प्रतिशत आक्यूपेंसी होना चाहिए। शिशु मृत्यु संस्थागत कमी से नहीं होना चाहिए।




