धान उपार्जन तारीख नहीं बदली, निर्धारित तिथि से ही शुरू है धान की खरीदी
सत्यापन की प्रक्रिया केवल उन किसानों के लिए जो सिकमी और बटाईदार भूमि के रूप में पंजीकृत हैं

धान उपार्जन तारीख नहीं बदली, निर्धारित तिथि से ही शुरू है धान की खरीदी
सत्यापन की प्रक्रिया केवल उन किसानों के लिए जो सिकमी और बटाईदार भूमि के रूप में पंजीकृत हैं
रीवा
जिले के किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की तारीख में कोई बदलाव नहीं किया गया है। संचार माध्यमों में प्रकाशित उन खबरों का खंडन किया गया है, जिनमें दावा किया गया था कि धान का उपार्जन 12 दिसंबर से शुरू होगा और धान के रकबे एवं किसानों का दोबारा सत्यापन किया जाएगा।कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल ने कहा है कि पंजीकृत किसानों से धान का उपार्जन निर्धारित तिथि एक दिसंबर से शुरू हो गया है।
किसान स्लॉट बुकिंग के अनुसार अपने निर्धारित केंद्रों पर धान लेकर पहुंचें, जहाँ उनकी धान का उपार्जन किया जाएगा। धान के रकबे या सभी किसानों का दोबारा सत्यापन नहीं किया जाएगा। सत्यापन की प्रक्रिया केवल उन किसानों के लिए की जाएगी जो सिकमी और बटाईदार भूमि के रूप में पंजीकृत हैं।
सिकमी और बटाईदार भूमि के पंजीकृत किसानों की जाँच प्रक्रिया पूरी होने के बाद उनकी धान की खरीदी के लिए आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। पंजीकृत और सत्यापित किसानों से खरीदी एक दिसंबर से ही स्लॉट बुकिंग के अनुसार प्रारंभ हो चुकी है।




