मंनगवा बना जुआ सट्टा का गढ़ ऑनलाइन बुकिंग होता है
युवा पीढ़ी जहां नशीले सिरप के भंवर जाल में बुरी तरह से फंसा हुआ है। ठीक उसी तर्ज पर भोली भाली जनता सट्टा के व्यापार में बर्बाद हो रहे हैं।

आखिर किसके इशारे पर चल रहा है सट्टा का व्यापार
मंनगवा बना जुआ सट्टा का गढ़ ऑनलाइन बुकिंग होता है
रीवा। समूचा जिला जिस तर्ज पर नशा के व्यापार चरम सीमा पर फल फूल रहा है। ठीक उसी तर्ज पर सट्टा का व्यापार भी उत्थान पर है। शहर से लेकर गांव तक और मंनगवा वास्तविक तौर पर जुआ सट्टा नशीली सिरप का गढ़ बन चुका है। युवा पीढ़ी जहां नशीले सिरप के भंवर जाल में बुरी तरह से फंसा हुआ है। ठीक उसी तर्ज पर भोली भाली जनता सट्टा के व्यापार में बर्बाद हो रहे हैं। नशीली सिरप, कोरेक्स, टैबलेट, और ब्राउन शुगर पर आईजी के निर्देश पर जोन के अंदर ताबड़तोड़ कार्रवाई हो रही है। आए दिन नशे के खिलाफ किसी न किसी थाने में नशे का खेप पुलिस बरामद कर कार्यवाही कर रही है। किंतु रीवा जिले के समस्त थाना क्षेत्र में सट्टा का भी व्यवसाय पूरे चरम सीमा में पहुंच गया है। सट्टा का व्यापार मंनगवा केंद्र बिंदु बना हुआ है। यहीं से नशीले सिरप कोरेक्स, टैबलेट और ब्राउन शुगर की सप्लाई होती है। साथ में सट्टा का व्यापार फिल्मी अंदाज में ऑनलाइन बुकिंग के माध्यम से कराया जाता है। और सट्टा का व्यापार जोर-शोर से पूरे सवाब के साथ चल रहा है।
अपुष्ट सूत्रों की माने तो सट्टा किंग जिले के समस्त थाना प्रभारी को मैनेज कर रखे हैं। जिसके चलते नशा के खिलाफ नशीली सिरप कोरेक्स, गांजा के मामले में कार्यवाही आए दिन होती है। लेकिन दुर्भाग्य कहा जाए या फिर सौभाग्य आखिर क्या वजह है आखिर किसके संरक्षण पर सट्टा का व्यवसाय खुलेआम चल रहा है। पुलिस क्यों सट्टा व्यवसाय के खिलाफ ना तो धर पकड़ ही की जाती है। इसके पीछे क्या वजह है समस्या से परे है। सट्टा व्यवसाय इतना चतुर चालाक है कि हर एक थाने में एक व्यक्ति की नियुक्ति कर रखा है। और थाने के गतिविधियों पर नजर रखता है। पुलिस थाने से निकलती है सट्टा व्यापारी का दलाल फोन करके सतर्क कर देता है। इतना ही नहीं बल्कि सट्टा व्यवसाय के साथ पुलिस की भी भूमिका संदेह के दायरे में है। सट्टा व्यवसाय विधवत पुलिस का सेवा सत्कार और महिनवारी देकर स्वागत सत्कार करने में पीछे कोई कसर नहीं छोड़ता है। जिस तरीके से आईजी के निर्देश पर नशे के विरुद्ध अभियान चलाकर तत्परता के साथ कार्यवाही हो रही है। उसी तर्ज पर सट्टा का खेल फल फूल रहा व्यवसाय पर अंकुश लगाना चाहिए।
बरहाल आईजी गौरव सिंह राजपूत का मेहनत रंग ला रहा है। नशे के खिलाफ साथ में सट्टा व्यवसाययों के ठिकानों में पुलिस छापा मार कर कार्यवाही करें तो निश्चित तौर पर सफलता मिल सकती है। बरहाल देखना यह है कि सट्टा के व्यापार और व्यवसाय किंग के विरुद्ध आयोजित गौरव सिंह राजपूत का क्या संदेश और कार्रवाई होगी यह तो आने वाला समय ही बताएगा




