टॉप न्यूज़मध्य प्रदेशराज्यरीवालोकल न्यूज़

पहले फॉल्स सीलिंग गिरी, अब बेस पिलर खिसका: रीवा सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में हादसे की आशंका, अधीक्षक बोले- रखरखाव PWD के जिम्मे

रीवा का करोड़ों की लागत से बना सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल लगातार गिरती फॉल्स सीलिंग और पिलर में दरार के कारण विवादों में, मरीजों की सुरक्षा पर सवाल।

पहले फॉल्स सीलिंग गिरी, अब बेस पिलर खिसका: रीवा सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में हादसे की आशंका, अधीक्षक बोले- रखरखाव PWD के जिम्मे

रीवा का करोड़ों की लागत से बना सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल लगातार गिरती फॉल्स सीलिंग और पिलर में दरार के कारण विवादों में, मरीजों की सुरक्षा पर सवाल।

रीवा के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में हादसों की सिलसिला

रीवा में करोड़ों की लागत से बना सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल लगातार विवादों में घिरता जा रहा है। हाल ही में अस्पताल की तीसरी मंजिल पर न्यूरो सर्जरी विभाग में फॉल्स सीलिंग गिरने की घटना हुई, जिससे मरीजों और उनके परिजनों में दहशत फैल गई। इससे पहले भी कई बार छत के हिस्से टूटकर गिर चुके हैं। हर बार प्रशासन ने इसे मामूली तकनीकी गड़बड़ी कहकर मामला दबा दिया, लेकिन बार-बार हो रहे हादसे अब गंभीर सवाल खड़े कर रहे हैं।

बेस पिलर में दरार आई

रविवार को अस्पताल के बेस में मौजूद एक मजबूत पिलर दरार खाकर अपनी जगह से खिसक गया। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि जल्द ही संरचनात्मक मरम्मत नहीं हुई तो पूरा अस्पताल भवन खतरे में आ सकता है। चूंकि यह अस्पताल रीवा और आसपास के जिलों के गंभीर मरीजों के लिए सबसे बड़ा केंद्र है, इसलिए यहां आने वाले हर व्यक्ति की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हैं।

अधिवक्ता बीके माला ने कहा कि सरकार ने इस अस्पताल को आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं का केंद्र बताया था। लेकिन करोड़ों रुपये खर्च करने और इंजीनियरों की देखरेख के बावजूद बार-बार हादसे होना लापरवाही का नतीजा है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह केवल तकनीकी गलती नहीं बल्कि भ्रष्टाचार और घटिया निर्माण सामग्री का परिणाम है। विशेषज्ञों का मानना है कि अस्पताल की बिल्डिंग की तुरंत स्ट्रक्चरल ऑडिट होनी चाहिए।

राजनीतिक दलों का आरोप

कांग्रेस प्रवक्ता विनोद शर्मा ने कहा कि यह करोड़ों का प्रोजेक्ट इंजीनियरों और ठेकेदारों की लापरवाही की भेंट चढ़ गया। उनका कहना है कि मरीजों की जान जोखिम में डालकर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है। विपक्ष का आरोप है कि सरकार की अनदेखी और ठेकेदारों की मनमानी ने अस्पताल की हालत बिगाड़ दी है।

प्रशासन और अस्पताल का जवाब

सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के अधीक्षक अक्षय श्रीवास्तव ने सफाई देते हुए कहा कि अस्पताल का रखरखाव पीडब्ल्यूडी के अधीन है और वे इस पर नजर रख रहे हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि दरारों और गिरी छत की जांच की जा रही है और मरम्मत का काम जल्द शुरू होगा। हालांकि मरीजों और उनके परिजन अब अस्पताल की सुरक्षा को लेकर लगातार सवाल उठा रहे हैं।

FAQ – रीवा सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल

Q1. रीवा सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में हाल ही में क्या घटना हुई?
तीसरी मंजिल पर न्यूरो सर्जरी विभाग की फॉल्स सीलिंग गिर गई, अब बेस पिलर में दरार आई है।

Q2. क्या अस्पताल की इमारत सुरक्षित है?
विशेषज्ञों का कहना है कि पिलर में दरारें आने से स्ट्रक्चर असुरक्षित हो गया है।

Q3. प्रशासन ने क्या कदम उठाए हैं?
अस्पताल अधीक्षक ने कहा है कि पीडब्ल्यूडी जांच और मरम्मत करेगा।

Q4. विपक्ष का क्या आरोप है?
कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि करोड़ों की लागत का प्रोजेक्ट लापरवाही और भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया।

Q5. यहां कौन से मरीज इलाज के लिए आते हैं?
रीवा और आसपास के जिलों से हार्ट और न्यूरो जैसी गंभीर बीमारियों के मरीज यहां आते हैं।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!