चोरहटा पुलिस की चुप्पी पर उठे सवाल – अवैध पिस्टल पकड़ने के बाद भी खुलासा गायब!
दो दिन बाद भी थाना प्रभारी खामोश, आरोपी और पिस्टल दोनों रहस्यमयी तरीके से गायब

चोरहटा पुलिस की चुप्पी पर उठे सवाल – अवैध पिस्टल पकड़ने के बाद भी खुलासा गायब!
दो दिन बाद भी थाना प्रभारी खामोश, आरोपी और पिस्टल दोनों रहस्यमयी तरीके से गायब
रीवा
जिले के चोरहटा थाना क्षेत्र से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सूत्रों के मुताबिक 22 सितंबर की शाम चोरहटा थाने में पदस्थ दो आरक्षकों ने उमरी गांव में दबिश देकर दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया था। आरोपियों के पास से तीन से अधिक अवैध पिस्टल बरामद की गई थीं।
यह गिरफ्तारी न सिर्फ बड़ी कार्रवाई थी, बल्कि इसके जरिए अवैध हथियारों के पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश हो सकता था। मगर हैरानी की बात यह है कि घटना के दो दिन बाद भी थाना प्रभारी की ओर से न तो कोई खुलासा किया गया और न ही बरामद हथियारों व आरोपियों को लेकर मीडिया को कोई जानकारी दी गई।
🔎 सूत्रों का कहना है कि यही चुप्पी अब रहस्य बन चुकी है और कई गंभीर सवाल पैदा कर रही है—
आखिर पकड़े गए आरोपी अचानक कहाँ गायब हो गए?
बरामद की गई अवैध पिस्टल किसके पास हैं?
क्या पुलिस ने पूरे मामले को दबाने की कोशिश की है?
पूरे क्षेत्र में इस विषय को लेकर चर्चाओं का माहौल गर्म है। चौराहों से लेकर सोशल मीडिया तक लोगों की एक ही आवाज है – “आखिर सच्चाई क्या है?”
गौरतलब है कि जिले के नवागत पुलिस अधीक्षक ने कार्यभार संभालते ही थाना प्रभारियों को साफ चेतावनी दी थी कि वे अनुशासन और पारदर्शिता के साथ काम करें। इसके बावजूद चोरहटा थाने का मौन रवैया संदेह को और गहरा कर रहा है।
सूत्रों की मानें तो इस चुप्पी के पीछे बड़ी वजहें छिपी हो सकती हैं। अब देखना यह होगा कि पुलिस महकमा कब तक खामोश रहता है और कब जनता के सामने इस रहस्य से पर्दा उठता है।




