Sehore News: सम्मान निधि की खुशखबरी में झूमें किसान, खूब खेली लहंगी, किया डांडिया, ठहर गई नजरें
खूब खेली लहंगी, किया डांडिया, ठहर गई नजरें

Sehore News:
सम्मान निधि की खुशखबरी में झूमें किसान, खूब खेली लहंगी, किया डांडिया, ठहर गई नजरें
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 20वीं किस्त किसानों के खाते में आते ही गांवों में खुशी की लहर दौड़ गई। खेतों से निकलकर किसानों ने जब पारंपरिक पोशाकें पहनीं, ढोल की थाप पर नाचे और लंहगी खेली, तो वह दृश्य देखते ही बनता था। ग्राम चंदेरी, कुलांसखुर्द, कुलांसकलां और रामाखेड़ी के सौ से अधिक किसानों ने समाजसेवी एमएस मेवाड़ा के नेतृत्व में आयोजन कर डांडिया नृत्य किया। राह से गुजरने वालों की नजरें इन नाचते, मुस्कुराते किसानों पर ठहर गईं और देखते ही देखते यह दृश्य सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
किसानों की संस्कृति और परंपरा की शानदार झलक
लहंगी खेली और डांडिया नृत्य सिर्फ उत्सव नहीं था, बल्कि एक संदेश था कि परंपरा आज भी जिंदा है। किसानों ने कहा कि यह आर्थिक सहयोग उनके लिए किसी राहत से कम नहीं है। खेती-किसानी की अनिश्चितताओं में सरकार द्वारा समय पर दी गई यह सहायता संबल बनती है। यह आयोजन न केवल खुशी का प्रतीक बना, बल्कि ग्रामीण एकता और परंपरा के संरक्षण का सुंदर उदाहरण भी प्रस्तुत करता है। किसानों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के प्रति आभार जताया। किसानों ने स्पष्ट कहा कि यह निधि सिर्फ पैसे का नहीं, बल्कि सरकार की सोच का परिचायक है, जो खेतिहर समाज के साथ खड़ी है।
गांवों में उमंग का माहौल,
इस आयोजन ने गांवों में एक नई ऊर्जा भर दी। गीत, नृत्य और एकता के इस अनोखे संगम ने दिखा दिया कि जब मदद दिल से मिले, तो किसान केवल फसल नहीं, खुशियों की फसल भी उगाते हैं। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो ने इस भावना को और भी बुलंद कर दिया। यह आयोजन ग्रामीण भारत के आत्मबल, सहयोग और आनंद का प्रतीक बन गया, जहां खुशियां सिर्फ बोली नहीं गईं, बल्कि नाचकर मनाई गईं। किसानों का खुशियों का कार्यक्रम काफी देर तक चला।




