जिला पंचायत सदस्य लालमणि त्रिपाठी ने पंचायतीराज अधिनियम का किया उल्लंघन, हरिजन बस्ती सिलचत का मंजूर बोर अपने घर के समीप निजी हित के लिए करवाया
ईमानदारी का मुखौटा पहनकर हरिजन बस्ती के लिए मंजूर बोर पर ही लगा दी सेंध

जिला पंचायत सदस्य लालमणि त्रिपाठी ने पंचायतीराज अधिनियम का किया उल्लंघन, हरिजन बस्ती सिलचत का मंजूर बोर अपने घर के समीप निजी हित के लिए करवाया
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हरिजन बस्ती में पानी की गंभीर समस्या को देखते हुए विधायक ने बोर के लिए दी थी मंजूरी लेकिन जिला पंचायत सदस्य ने उठाया उसका गलत फायदा
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ईमानदारी का मुखौटा पहनकर हरिजन बस्ती के लिए मंजूर बोर पर ही लगा दी सेंध
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✍खबर रीवा जिले के गुढ़ विधानसभा क्षेत्र के बड़ागांव से है जहां जनप्रतिनिधि ग्रामीण की समस्या को ना देखते हुए अपनी ही समस्या को पूरा करने में लगे हुए हैं हम आपको बता दें कि दे पीएचई विभाग द्वारा ग्राम पंचायत बड़ागांव के टोला सिलचट में पानी की समस्या को देखते हुए हरिजन बस्ती में बोर पीएचई विभाग द्वारा मंजूर किया गया था लेकिन जिला पंचायत सदस्य वार्ड क्रमांक 15 लालमणि त्रिपाठी हरिजन बस्ती में मंजूर बोर को पीएचई विभाग के ऊपर दबाव बनाते हुए अपने घर के पीछे निजी हित के लिए करवा लिया जो की यह पंचायती अधिनियम का उल्लंघन है
जोकि जनप्रतिनिधि सबसे पहले गांव की समस्या का समाधान करता है लेकिन इन्होंने गांव की समस्या का समाधान करने की बजाय अपने घर के पीछे बोर खनन करवा लिया पहले तो लोगों को पता नहीं था कि यह बोर शासकीय है कि प्राइवेट लेकिन जब सरपंच ने अपने कार्यकाल के बोर खनन का पता लगवाया कि हमारे पंचायत में कितने बोर हुए हैं तो उसमें पता चला कि सरपंच की जानकारी में तो सिर्फ चार बोर हैं लेकिन एक बिना जानकारी के कैसे हो गया तब जानकारी मिली कि जिला पंचायत सदस्य पीएचई विभाग के ऊपर दबाव बनाते हुए अपने घर के पीछे बोर करवा लिए जो कि वहां से किसी भी ग्रामीण को पानी मिलना मुश्किल है क्योंकि जिस जगह पर बोर किया गया ना तो रास्ता है ना ही किसी का घर।




