Sehore News: थाने में पिस्तौल के साथ रील बनाना युवक को पड़ा भारी, ग्राम रक्षा समिति से निष्कासित
ग्राम रक्षा समिति से निष्कासित

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थाने में पिस्तौल के साथ रील बनाना युवक को पड़ा भारी, ग्राम रक्षा समिति से निष्कासित
रील वायरल होने के बाद उसे समिति से निष्कासित कर दिया गया और उसके शस्त्र लाइसेंस की निरस्तीकरण प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। पुलिस की मौजूदगी में वीडियो बनना सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर रहा है।
जिले के बुधनी थाना परिसर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक युवक ने थाने के भीतर लाइसेंसी पिस्तौल के साथ रील बनाई और उसे इंस्टाग्राम पर वायरल कर दिया। सोशल मीडिया पर छा जाने की चाहत ने अब युवक की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। मामले में न सिर्फ प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है, बल्कि युवक की कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वाली इस हरकत ने आम नागरिकों को भी हिलाकर रख दिया है।
पुलिसकर्मी ने किया अभिवादन, युवक ने कर डाली रिकॉर्डिंग
वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि युवक बिना किसी रोक-टोक के थाने में दाखिल होता है, पुलिसकर्मियों से बातचीत करता है, और इस दौरान मोबाइल से वीडियो रिकॉर्ड करता रहता है। हैरानी की बात तो ये रही कि एक पुलिसकर्मी युवक को सम्मानपूर्वक सलाम करता भी नजर आया। वीडियो को एडिट कर सोशल मीडिया पर रील के रूप में अपलोड किया गया, जिससे यह मामला तूल पकड़ गया।
जांच में सामने आया कि वीडियो में दिख रहा युवक ग्राम सोयत, तहसील रेहटी निवासी स्वरूप यादव है, जो ग्राम रक्षा समिति का सदस्य था। जानकारी अनुसार, 26 जून को आयोजित समिति सम्मेलन के दौरान उसने यह वीडियो चोरी-छिपे बनाया था। युवक के इस गैरजिम्मेदाराना और घातक कृत्य को देखते हुए तत्काल प्रभाव से उसे समिति की सदस्यता से हटा दिया गया।
पिस्तौल का प्रदर्शन पड़ा भारी, लाइसेंस पर भी संकट
एसडीओपी बुधनी रवि शर्मा ने स्पष्ट किया कि इस तरह सार्वजनिक स्थान पर हथियार लेकर प्रदर्शन करना गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है। इसी आधार पर स्वरूप यादव के खिलाफ शस्त्र लाइसेंस निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। साथ ही, जिस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर यह रील डाली गई थी, वहां से इसे डिलीट करवाया गया है।
दबंग छवि बनाने की लालसा में कानून तोड़ा
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, युवक ने जानबूझकर अपनी ‘दबंग’ छवि बनाने के लिए यह रील तैयार की थी। ऐसे मामलों में अगर समय रहते सख्ती न बरती जाए, तो यह प्रवृत्ति समाज के लिए और भी घातक साबित हो सकती है। अब सवाल यह भी उठ रहा है कि पुलिस की मौजूदगी में ऐसा वीडियो कैसे बना और क्यों किसी ने तत्काल रोका नहीं।




