रायपुर कर्चुलियान बीएमओ डॉक्टर कल्याण सिंह एवं इनके ऑफिस में पदस्थ एक अन्य कर्मचारी शिव शंकर 8000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों ट्रेप किए गए है,
गुढ़ भाजपा नगर परिषद अध्यक्ष अर्चना सिंह का पति है डॉ कल्याण सिंह

लोकायुक्त पुलिस की बड़ी कार्यवाही
रायपुर बीएमओ डॉक्टर कल्याण सिंह एवं एक बाबू 8000 रुपये रिश्वत लेते हुए ट्रेप
गुढ़ भाजपा नगर परिषद अध्यक्ष अर्चना सिंह का पति है डॉ कल्याण सिंह
रायपुर कर्चुलियान बीएमओ डॉक्टर कल्याण सिंह एवं इनके ऑफिस में पदस्थ एक अन्य कर्मचारी शिव शंकर 8000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों ट्रेप किए गए है,
यह कार्यवाही लोकायुक्त पुलिस ने की है कार्यवाही रायपुर कर्चुलियान बीएमओ कार्यालय में दोपहर लगभग 01, से 02, बजे के बीच हुई, जंहा से रिश्वत लेते हुए डॉ कल्याण सिंह और एक बाबू को गिरफ्तार कर लिया गया है, डॉ कल्याण सिंह व्यापम घोटाले का भी आरोपी है, इसके अतिरिक्त इसका विवादों से पुराना नाता रहा है। आप को बता दी कि डॉ कल्याण सिंह गुढ नगर परिषद अध्यक्ष अर्चना सिंह का पति है, जानकारी के मुताबिक क्लिनिक संचालन करने के नाम इसके द्वारा रिश्वत की मांग की गई थी, जिसके बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रायपुर कर्चुलियान में यह बड़ी कार्यवाही की गईं है, इस कार्यवाही से स्वास्थ्य महकमे सहित अन्य विभागों में हड़कंप मच गया है जानकारी के अनुसार आगे की कार्यवाही जारी है।
कहतें है सौ सुनार की तो एक लोहार की… खुद को यूपी का गुंडा बताने वाले BMO डॉ कल्याण सिंह की गुंडागर्दी पर लोकायुक्त की नजर लग गई, डॉ कल्याण सिंह कार्यवाही करने गई लोकायुक्त की टीम को भी धौंस दिखा रहा था, बोला हमे नहीं जानते हो हम यूपी के गुंडा है, निकल गई सारी हेकड़ी,, कुछ समझ आया ज्यादा उछल कूद करने वालों का अंत में यही हस्र होता है, अपनी ड्यूटी और अपने दायित्वों के विपरित कार्य करने वाले अधिकारी, जो नेताओं के दम और अहंकार पर चमचागीरी करते है और उन्हीं की चरण बंदना में व्यस्त रहते हैं उनका एक दिन यही हस्र होता है, इसी तरह से अभी कुछ और अधिकारी कर्मचारी है, जिनका आज नहीं तो कल यही हस्र होना है…ये लोग भी जरा ध्यान दें, और देखे की ज्यादा उड़ने वालों का कैसा हस्र होता है, जिस तरह से डॉ कल्याण सिंह का हुआ है, कहते है भगवान पापियों के पाप की सजा इतनी जल्दी नहीं देता ब्लकि उससे पाप की उससे पराकाष्ठा करवाते है, और जब पाप की पराकाष्ठा हो जाती है तब उसे यैसा ही दंड मिलता है, दुष्ट और अन्यायी व्यक्ति को लगता है कि उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ पा रहा है, यही सोच उसे और अधिक पाप करने के लिए प्रोत्साहित करती है, और अंत में जब उसका पाप चरम सीमा पर पहुंचता है तब उसे प्रभु ऐसा दंड देते है कि उसका कोई तोड़ नहीं होता…अब लगा लो जिसको जितनी शक्ति लगाना हो लगा लो, नेताओं का भी दम, जितना लगाना हो अब कोई काम नहीं आयेगा, … इतिहास गवाह है दुष्ट का अंत अंतिम मे ऐसे ही होता है..।




