MP News: टाइगर स्टेट मध्य प्रदेश में बाघों की दहाड़ और होगी बुलंद, इसी माह से शुरू होगी बाघों की गणना
मध्यप्रदेश में बाघों की गिनती का नया अभियान अक्टूबर से शुरू हो रहा है, जो छह माह तक चलेगा। टाइगर स्टेट एमपी में वर्तमान मे बाघों की संख्या 785 हैं।

MP News: टाइगर स्टेट मध्य प्रदेश में बाघों की दहाड़ और होगी बुलंद, इसी माह से शुरू होगी बाघों की गणना
मध्यप्रदेश में बाघों की गिनती का नया अभियान अक्टूबर से शुरू हो रहा है, जो छह माह तक चलेगा। टाइगर स्टेट एमपी में वर्तमान मे बाघों की संख्या 785 हैं।
भारत का गौरव माने जाने वाले बाघों की गिनती एक बार फिर शुरू होने जा रही है। टाइगर स्टेट का ताज रखने वाले एमपी में बाघों की संख्या आने वाले वर्षों में नया इतिहास रच सकती है। वन विभाग के सूत्रों के अनुसार वर्ष 2026 में होने वाले टाइगर सेंसेस में प्रदेश के बाघों की संख्या 1000 से ज्यादा हो सकती है। वर्तमान में राज्य में 785 बाघ हैं और लगातार बढ़ते सुरक्षित आवास इस अनुमान को मजबूती देते हैं।
ऐसे होगी बाघों की गिनती
बाघों की गणना को पारदर्शी और सटीक बनाने के लिए इस बार उन्नत तकनीक का सहारा लिया जाएगा। कैमरा ट्रैप, जीपीएस ट्रैकिंग, ड्रोन सर्वे और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित ऐप के जरिए जंगल के हर हिस्से को खंगाला जाएगा। इससे पहले पचमढ़ी में आयोजित एक कार्यशाला में अधिकारियों और फील्ड स्टाफ को इन तकनीकों के उपयोग की बारीकियां सिखाई गईं। वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि मध्य प्रदेश के टाइगर रिजर्व और संरक्षित क्षेत्रों में हाल के वर्षों में बाघों का संरक्षण सफल रहा है। बेहतर निगरानी और प्राकृतिक आवास उपलब्ध कराना इस वृद्धि का सबसे बड़ा कारण है।
देश में छठी बार हो रही गिनती
राष्ट्रीय स्तर पर छठी बार बाघों की गणना हो रही है। इसमें मध्य प्रदेश के अलावा महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा और अन्य राज्यों के आंकड़े भी शामिल होंगे। भारतीय वन्यजीव संस्थान और नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी इस अभियान की निगरानी करेंगे। विशेषज्ञ मानते हैं कि मौजूदा हालात यदि बने रहे तो प्रदेश में बाघों की संख्या चार अंकों में पहुंचना तय है। यह उपलब्धि न केवल मध्य प्रदेश बल्कि पूरे देश के लिए गौरव की बात होगी और वैश्विक स्तर पर भारत की पहचान और मजबूत करेगी।
इसी माह से शुरू होगी बाघों की गणना
एपीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ एल. कृष्णमूर्ति ने कहा कि अक्टूबर माह में टाइगर की गणना होगी। यह गणना छह माह तक चलेगी। इसके बाद केंद्र सरकार अगले साल बाघों के संख्या के आंकड़े जारी करेगी।




