कीमत बढ़ी… वजन घटा! एक लीटर के नाम पर चल रही गड़बड़ी — उपभोक्ताओं से हो रही ठगी
लोगों ने जिला खाद्य विभाग से मांग की है कि ऐसे उत्पादों की तुरंत जांच कर कार्रवाई की जाए, ताकि उपभोक्ताओं की जेब पर डाका डालने वाली इस प्रवृत्ति पर अंकुश लगाया जा सके।

कीमत बढ़ी… वजन घटा! एक लीटर के नाम पर चल रही गड़बड़ी — उपभोक्ताओं से हो रही ठगी
📝 मध्यप्रदेश📝
रीवा। महंगाई की मार झेल रहे आम उपभोक्ताओं के लिए अब रसोई की बचत भी मुश्किल होती जा रही है। फॉर्च्यून सोया हेल्थ जैसी बड़ी कंपनियों के तेल पैकेट पर 1 लीटर लिखा होता है, लेकिन जब उपभोक्ताओं ने जांच की तो सच्चाई चौंकाने वाली निकली।
शहर में दुकानदारों द्वारा बेचे जा रहे फॉर्च्यून रिफाइंड सोया ऑयल का पैक जब इलेक्ट्रॉनिक तराजू पर तोला जाता है तो वजन निकलता है मात्र 0.754 किलोग्राम — यानी करीब 250 ग्राम कम।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पहले कीमतें धीरे-धीरे बढ़ीं, और अब कंपनियां मात्रा घटाकर “मुनाफे की बचत” कर रही हैं।
उपभोक्ता संगठनों के अनुसार यह साफ़ तौर पर वज़न और माप अधिनियम का उल्लंघन है, जिसके लिए कंपनी और विक्रेता दोनों के खिलाफ कार्यवाही हो सकती है।
लोगों ने जिला खाद्य विभाग से मांग की है कि ऐसे उत्पादों की तुरंत जांच कर कार्रवाई की जाए, ताकि उपभोक्ताओं की जेब पर डाका डालने वाली इस प्रवृत्ति पर अंकुश लगाया जा सके।
“क़ीमत बढ़ती जा रही है, वज़न घटता जा रहा है, फिर भी एक लीटर के नाम पर बिक रहा है… यही है मुनाफे की नई परिभाषा।”




