हिंदू रीतिरिवाजों को भी अब सत्ता की कुर्सी चाहिए? — मैहर में प्रभारी मंत्री पर आप नेता पुष्पेंद्र सिंह का प्रहार
पुष्पेंद्र ने व्यंग्य किया,धार्मिक मर्यादा तो अब नेताओं की सुविधा के हिसाब से तय होती है

हिंदू रीतिरिवाजों को भी अब सत्ता की कुर्सी चाहिए? — मैहर में प्रभारी मंत्री पर आप नेता पुष्पेंद्र सिंह का प्रहार
मैहर। सत्ता का नशा जब सिर चढ़कर बोले तो शायद धर्म भी कुर्सी पर बैठा दिखाई देने लगे! मैहर के जिला कलेक्टर कार्यालय भवन के भूमि पूजन में कुछ ऐसा ही दृश्य देखने को मिला, जब प्रभारी मंत्री राधा सिंह ने पूजा के दौरान कुर्सी पर विराजमान होकर भक्ति का नया मॉडल पेश किया। इस दृश्य पर आप नेता पुष्पेंद्र सिंह ने तीखा हमला बोलते हुए कहा, भाजपा ने सनातन धर्म की रक्षा के नाम पर सत्ता हथियाई, और अब वही सनातन परंपराओं को कुर्सी पर बिठाकर तमाशा बना रही ह
यहां देखे: मध्य प्रदेश के 24 जिलों में आज बारिश के आसार
पुष्पेंद्र ने व्यंग्य किया,धार्मिक मर्यादा तो अब नेताओं की सुविधा के हिसाब से तय होती है — जनता ज़मीन पर, और नेता आसमान पर, यानी कुर्सी पर!उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व सत्ता में इतना मदमस्त है कि ना धर्म की परवाह है, ना संविधान की इज्जत का ख्याल।उन्होंने आगे कहा, चितरंगी से लेकर मैहर तक आदिवासी जमीनों का खेल चरम पर है। जिनके हाथ में जनता का भरोसा है, वही जमीन और ज़मीर दोनों बेचने में लगे हैं।आप नेता ने तीखे शब्दों में सवाल उठाया — आखिर मैहर प्रशासन बताए कि पिछले दो सालों में कितनी आदिवासी ज़मीनों की खरीद-फरोख्त की स्वीकृति दी गई और किसके इशारे पर? उन्होंने तंज कसा, भाजपा अब ‘सबका साथ, सबका विकास’ नहीं, बल्कि ‘सबका अपमान, सत्ता का सम्मान’ करने में जुटी है।मैहर इसका सबसे ताज़ा उदाहरण बन चुका है — जहां सनातन धर्म भी अब नेताओं की VIP सीट पर बिठाया जा रहा है।




