मैहर में नवागत एसपी की सख्ती, नशे के सौदागरों का खेल खत्म – अमरपाटन पुलिस ने पकड़ी 71 शीशी कफ सिरप
“या तो धंधा छोड़ दो, या फिर जेल का टिकट कटवा लो” - अवधेश प्रताप सिंह

मैहर में नवागत एसपी की सख्ती, नशे के सौदागरों का खेल खत्म – अमरपाटन पुलिस ने पकड़ी 71 शीशी कफ सिरप
“या तो धंधा छोड़ दो, या फिर जेल का टिकट कटवा लो” – अवधेश प्रताप सिंह
मैहर में नवागत पुलिस अधीक्षक अवधेश प्रताप सिंह की एंट्री होते ही नशे के कारोबारियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। एसपी साहब ने आते ही यह साफ संदेश दे दिया है कि मैहर अब नशे के कारोबारियों के लिए सुरक्षित ज़िला नहीं है। “या तो धंधा छोड़ दो, या फिर जेल का टिकट कटवा लो” – यही सख्त लहजा जिले की फिज़ाओं में गूंजता रहेगा।
16 सितंबर को अमरपाटन थाना पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि शुभम पटेल उर्फ छोटू, उम्र 22 वर्ष, निवासी ग्राम रिगरा (थाना देहात), स्टेडियम के पास बोरी में कफ सिरप छुपाकर ग्राहकों का इंतज़ार कर रहा है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके पर दबिश दी। तलाशी के दौरान बोरी में से 71 शीशी ONREX कंपनी की नशीली कफ सिरप बरामद की गई, जिसकी कुल कीमत करीब 15,265 रुपये आंकी गई। पुलिस ने मौके पर ही आरोपी को दबोच लिया और एनडीपीएस एक्ट व ड्रग कंट्रोल एक्ट की धाराओं में अपराध पंजीबद्ध कर न्यायालय में पेश किया। आरोपी शुभम पटेल का नाम पुलिस रेकॉर्ड में नया नहीं है। इससे पहले भी उसके खिलाफ अमरपाटन थाने में आबकारी एक्ट और अन्य धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज हो चुके हैं।
लेकिन इस बार उसकी किस्मत ने पूरी तरह से धोखा दे दिया। छोटे-मोटे धंधे करते-करते वह सीधे बड़े साहब की पहली नज़र में आ गया और जेल का दरवाज़ा उसका स्थायी ठिकाना बन गया। इस पूरी कार्रवाई का श्रेय पुलिस अधीक्षक अवधेश प्रताप सिंह के सख्त निर्देशों को जाता है। उनके मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. चंचल नागर और एसडीओपी अमरपाटन श्रीमती ख्याति मिश्रा ने अमरपाटन थाना प्रभारी विजय सिंह परस्ते और उनकी टीम को कार्रवाई के लिए कमान सौंपी। टीम में सउनि अनिल त्रिपाठी, सउनि राजू निपाने, प्र.आर. लक्ष्मी पटेल, आर. संतोष राय और आर. अनूप सिंह की सराहनीय भूमिका रही। अब जिले के नशे के कारोबारी सोच में पड़ गए होंगे कि“भाई, धंधा जारी रखें या फिर नींबू पानी की दुकान खोल लें?” क्योंकि पुलिस अधीक्षक की सख्ती साफ बता रही है कि अब बोतलें बेचने वालों की बोरी से सिर्फ माल ही नहीं निकलेगा, बल्कि उनकी किस्मत भी बाहर आ जाएगी।लोगों का कहना है कि एसपी साहब का यह अभियान काबिल-ए-तारीफ़ है।
जिस तरह से शुरुआत हुई है, उससे साफ है कि आने वाले दिनों में नशे का धंधा करने वालों की शामें थाने की हवालात और सुबहें जेल की बैरक में गुजरने वाली हैं। मैहर में नवागत पुलिस अधीक्षक अवधेश प्रताप सिंह ने अपने तेवरों से यह साबित कर दिया है कि उनका कार्यकाल नशे के सौदागरों के लिए खौफ़ और आम जनता के लिए राहत लेकर आया है। पहली कार्रवाई ने ही जिले के नशा सौदागरों को चेतावनी दे दी है –नशा बेचना है तो बाहर का रास्ता पकड़ो, वरना जेल ही तुम्हारी मंज़िल है।””धन्य हैं ऐसे पुलिस अधीक्षक जिनकी एंट्री होते ही नशे का खेल खत्म होने की तैयारी करना लगा।




