कूटरचित दस्तावेज़ से सरकारी भूमि बेचने का आरोप, कलेक्टर से की गई शिकायत…..
भूमि को लेकर बड़ा घोटाला सामने आया है।

कोरबा।
भूमि को लेकर बड़ा घोटाला सामने आया है। ग्रामीणों ने कलेक्टर को लिखित शिकायत सौंपते हुए आरोप लगाया है कि शासकीय भूमि को कूटरचित ढंग से निजी भूमि में समाहित कर बिक्री कर दी गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, वर्ष 2021 में खसरा नंबर 204 का रकबा 0.648 हेक्टेयर दर्ज था, जिसके स्वामी रवि कुमार गोयल थे। शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाया कि वर्ष 2023 में इसी खसरे का रकबा अचानक बढ़कर 1.316 हेक्टेयर कर दिया गया। आरोप है कि राजस्व अधिकारियों की मिलीभगत से यह रकबा बढ़ाया गया और उसमें शासकीय भूमि को जोड़कर बिक्री की गई।
शिकायत के अनुसार, पहले यह ज़मीन रवि कुमार गोयल से राजविंदर कौर ने खरीदी, जिसके बाद रकबा बढ़ाकर शंकरलाल अग्रवाल के नाम रजिस्ट्री कर दी गई। ग्रामीणों ने इसे एक पूर्व नियोजित षड़यंत्र बताया है, जिसमें निजी व्यक्तियों के साथ-साथ संबंधित विभाग के कुछ अधिकारी भी संलिप्त हैं।
शिकायत के साथ ग्रामीणों ने रजिस्ट्री बैनामा, ईश्तहार, नामांतरण पंजी और बी-1 खसरा जैसे दस्तावेज भी संलग्न किए हैं। उन्होंने मांग की है कि मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाए।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो वे आंदोलनात्मक कदम उठाने को बाध्य होंगे।




